आपके सामने प्रस्तुत किताब में जीवो के भौगोलिक रुप के बारे मे उन बहुत से प्रमुख बातो का उल्लेख किया गया है जिनके फलस्वरुप इस संसार मे मौजूद कोई भी जीव चाहे वे मानव जाती से हो या इस संसार में कोई जंगलो में रहने वाला कोई भी मासाहारी या शाकाहारी जीव हो या फिर इस कोई भी प्रजाती का पक्षी हो या फिर इस संसार में मौजूद समंद्री कोई जीव हो , ईश्वर ने इस संसार में मौजूद प्रत्येक जीव को अपने से एक प्रमुख पहचान दी है जो उसे इस संसार में दुसरे प्राणी से महत्वपूर्ण बनाती है इस बात के विषय में गहन अध्यन के बाद आपके सामने इस पुस्तक को प्रकाशित किया गया है जिसमे इन तथ्यो को विशेष तौर से बताने की कोशिश की गई है कि प्रत्येक प्राणी किस प्रकार से दुसरे जीव से अलग अपनी पहचान बनाता है और प्रकति इस कार्य को करने मे उस प्रजाती का किस प्रकार से उस काम को आसान करती है और एक समय पश्चात वो अपना जीवन चक्र किस प्रकार अपने स्वभाव के अनुसार जीवन जीता है ।
प्रिय पाठको इस पुस्तक के सम्बन्ध में आप क्या विचार रखते है और लेखक को अपना क्या सुझाव देना चाहते है आपके सुझावो का पर भी गहन अध्यन किया जायेगा और आगे आने वाली पुस्तक में उन विचारे से सम्बन्धित बातो को इस पुस्तक में प्रस्तुत किया जायेगा ।
एक बार फिर आप सभी पाठको का धन्यवाद ।